तुम तक पहुंच ही जाता हैं जितना भी बहलाऊं…
मंजिल अपनी मालूम है इस दिल को…!!!
पूजता हूं तुझे ,पीपल की तरह..
प्यार तेरा मेरा, गंगाजल की तरह ❤️????
कुछ याद आया तो लिखेगें फिर कभी…
फिलहाल तो रूह बेचैन है तेरी तस्वीर देखकर…!!!
❤❤
सुनो ना…!!
तुम जो कहती हो ना..!
ख़ुश रहा करो….!!!
?
तो फिर सुन लो_
हमेशा मुझसे बात किया करो .!!❤❤?
??सुनो…निगाहों में कोई भी दूसरा चेहरा नहीं आया???
???भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का…??
❤❤❤❤
छोडो यह बहस और तकरार की बातें…
यह बताओं रात ख्वाबों में क्यों नही आये. !???
मेरे इस दिल को तुम ही रख लो,
बड़ी फ़िक्र रहती है इसे तुम्हारी..!?❤❤❤
तुझे रोज देखू करीब से…?
मेरे शौक भी है अजीब से..❤️
तुम वो मेरी स्माइल हो
जिसे देखकर सब घर वाले,
मुझ पर शक करते है।???
तो उठा कर देख लो
मेरी आशिकी की किताब का हर पन्ना आज भी हमारी मोहब्बत की पाकिजगी की गवाही देता है ।
मेरी रूह की तलब हो तुम
कैसे कहें अलग हो तुम …
किताब मेरी
सोच मेरी
कलम भी मेरी
पर जो लिख रही हूँ
वो ख्याल हैं तेरा
हम कहाँ चाहते थे तुमको ख़ामख़ा बदनाम करना…❤
वो तो लोग इश्क़ इश्क़ चिल्ला रहे थे और हम तुम्हारा नाम ले बैठे…..??
आंखों से आँखे मिला गया कोई,,
दिल की कलियाँ खिला गया कोई..
दिल की धड़कन यूँ बेताब न थी,,
मुझको दीवाना बना गया कोई..
तुझको निगाहें नाज़ में जबसे बसा लिया
रातों को जागने का मजा हमने पा लिया
तुझको मै भूल जाऊं ये मुमकिन नहीं कभी
इक साथ जीने मरने का रिश्ता बना लिया
मेरा चाहना भी गजब का था
तेरी य़ादे थी और मैं तन्हा था
इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना;
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना।
मैं ज़िन्दगी…
गुजा़रना नहीं चाहती….
मैं ज़िन्दगी… जीना चाहती हूँ……..
” तुम्हारे साथ ”
इश्क़ को एक #उम्र चाहिए,,,
और उम्र का #ऐतबार नहीं…
फिर इश्क का जूनूँ चढ़ रहा है सिर पे,
मयखानों से कह दो दरवाजा खुला रखे…