Red Fort in Hindi

Red Fort in Hindi  : जहाँ कान्हा का गीत रस गाया जाता हैं, बुधवा मजारो पर दुआए मांग आता हैं, जहां हर चर्च, मंदिर, मस्जिदों का मान होता हैं उसी का नाम मेरे दोस्त हिन्दुस्तान होता हैं.

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Red Fort in Hindi  : एक मशहूर शायर की चंद लाईनों में उस हिन्दुस्तान का अक्स दिखता हैं जो हमारी विरासत हैं, जो हमे सिखाता हैं. इतिहास हमे पल पल आगे बढ़ने की प्रेरणा देता हैं. जो इतिहास से कट जाता हैं वो मिट जाता हैं लेकिन जो इतिहास के साथ चलता हैं वो हमेशा बुलंद रहता हैं. ये हिन्दुस्तान का लाल किला भी इसी स्वाभिमान और इसी विरासत का प्रतिक हैं. हर साल जब भी लाल किले पर तिरंगा फहराता हैं तो हर हिन्दुस्तानी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता हैं. ये लाल किला अब सिर्फ ऐतिहासिक दरोहर भर नहीं हैं. बल्कि हिन्दुस्तान के सम्मान और स्वाभिमान का प्रतिक हैं. यहाँ लहराते तिरंगे से आज़ादी की वही चेतना आज भी महसूस की जाती हैं जो 15 अगस्त 1947 की आधी रात को की गयी थी. उस इतिहास को वर्तमान से जोड़ने का माध्यम हैं लाल किला जिसकी एक एक ईट ने आज़ाद हिन्दुस्तान को बदलते देखा हैं, सवरते देखा हैं. सियासत और सत्ता के बदलाव का गवाह हैं लाल किला, इतिहास और वर्तमान की धुरी हैं लाल किला सिर्फ शेह्न्शाही रिवाजो से इसे मत तोलिये क्युकी उस दौर से काफी आगे बढ़ चूका हैं लाल किला. दरअसल सिर्फ ये ही एक ऐसी तस्वीर हैं जिसे देख कर ही हर हिन्दुस्तानी का एहसास बदल जाता हैं. अब लाल किले के ज़िक्र में ये बात बाद में आती हैं की लाल किले को क्यों बनाया गया. किस मकसद से बनाया गया और आखिर इसे बनाने की सोच क्या थी बल्कि ये ज़िक्र जरुरी हैं की आखिर कैसे लाल किला हिन्दुतान के स्वाभिमान का प्रतिक बन गया.

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Red Fort in Hindi  : जब 1857 में विद्रोह शुरू हुवे और बहादुर शाह जफ़र जब दिल्ली आये तो ये माना गया की अगर हम लाल किला पर झंडा फेहरा देंगे तो एक तरह से अंग्रेजो को परास्त कर देंगे और भारत पर हमारा आधिपत्य हो जाएगा तो इस प्रकार लाल किला भारतीय राष्ट्रवाद का एक केद्र बना और उस समय से लेकर अब तक वो सत्ता का प्रतिक है फिर चाहे वो वामपंथ हो, दक्षिणपंथ हो, सन्त्रलिस्ट पार्टी हो या अत्ति वामपंथी हो. उनके हर स्लोगन में ये माना जाता हैं की लाल किला एक कोस्मो पोलिटियन कल्चर, एक सम्मलित संस्कृति और एक भारतीय राष्ट्रवाद का प्रतिक हैं इसलिए वहाँ पर यानी की लाल किले पर प्रतीकात्मक रूप से झंडा फेहराया जाता हैं की जो वहाँ झंडा फेह्राएगा इसका मतलब भारतीय राष्ट्र में उसका नियंत्रण हैं तो वो राष्ट्रवाद का एक प्रतिक हैं एक सिंबल हैं.

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Red Fort in Hindi  : 190 सालो तक की ब्रिटिश शासन काल की गुलामी के बाद आज़ादी के पल का इंतज़ार हिन्दुस्तान ने सालो साल किया था और जब देश आज़ाद हुआ तो इसका प्रतीकात्मक गवाह बना था लाल किला. जहां से यूनियन जैक को हटा कर लहराया गया था तिरंगा जिस की तस्वीरे जब अखबारों में छपी तो झूम उठा था सारा हिन्दुस्तान. बंटवारे की कसक के बीच इस एक नजारे ने देश को नयी राह पर चलने का हौसला दिया था. उस देश के लिए जो आने वाले समय में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने का अध्याय लिखने वाला था और जिसकी सियासत, जिसकी विरासत, और जिसकी भुत, भविष्य और वर्तमान का गवाह बन गया था लाल किला.

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Red Fort in Hindi  : दिल्ली हमेशा से स्टेटरजिक पॉइंट से बहुत महत्वपूर्ण रहा हैं और हमेशा से राजनीतिक उथल – पुथल का केंद्र रहा हैं तो इस वजह से कई बार ऐसा हुआ की कैपिटल शिफ्ट हुआ हैं लेकिन मिला जुला कर आखिरकार लोगो द्वारा दिल्ली को ही अपना कैपिटल चुना हैं जैसा की अंतिम में अंग्रेजो ने भी 1911 एं कैपिटल कलकत्ता से शिफ्ट कर के दिल्ली रख ली थी उसके बाद से आर्किटेकचर जितनी भी बिल्डिंग्स बनी वो सब दिल्ली में ही बने तो जैसे दिल्ली शुरुवात से ही सत्ता का प्रतिक बना हैं जैसे लाल किला तो इसी कारण लाल किला पर हर साल झंडा फेहराया जाता हैं. दरअसल ये उस दौर की शुरुवात थ जब लाल किले के मायने बदल गए, मुगलिया सल्तनत के उस शहनशाह के जो शानदार शाहकार का रूप – रंग बदल गया. हालाकि उस बदलाव की शुरुवात काफी पहले हो गयी थी लेकिन आज़ादी के बाद आज़ाद हिन्दुस्तान में नयी परिभाषाये लिखी. 15 अगस्त 1947 को शुरू हुवे झंडा रोहण के दौर ने परंपरा की शक्ल ले ली और देश के प्रधानमंत्री के लिए सबसे बड़ा सम्मान बन गया लाल किले पर झंडा फहराना और देश के नाम सन्देश देना. आज़ादी के बाद शुरू हुई इस परंपरा ने कई दिलचस्प कीर्तिमान बनाए और कई दिलचस्प इतिहास बनाए. जिस की कुछ लिस्ट हम आपको यहाँ निचे दे रहे हैं

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Red Fort in Hindi  :

1. देश के पहले प्रधानमन्त्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने रिकॉर्ड 17 बार लाल किले पर झंडा फहराया.
2. नेहरु के बाद लाल बहादुर शास्त्री को दो बार ये मौका मिला. पंडित नेहरु के बनाए गए झंडा रोहण के काफी करीब जाकर स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी पहुंची.
3. इंदिरा गाँधी ने कुल 16 बार झंडा रोहण किया. जिन्हें अलग अलग कार्य काल के दौरान कुल मिला कर 16 बार झंडा फहराने का मौका मिला.
4. जबकि मोराजी देसाई को ये अवसर 2 बार हासिल हुआ
5. पी.वी. नरसिम्हा राव ने 5 बार ध्वजारोहन किया.
6. अटल जी ने 10 बार ध्वजारोहण किया.
7. मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 10 बार ध्वजारोहण किया.

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Red Fort in Hindi  : लाल किले पर ध्वजारोहण का इतिहास भी काफी दिलचस्प हैं. कई प्रधानमंत्री तो ऐसे भी रहे जिन्होंने लाल किले पर झंडे फहराने का रिकॉर्ड बना दिया जिसमे पंडित जवाहरलाल नेहरु और उनकी बेटी इंदिरा गाँधी का नाम सबसे ऊपर आता हैं तो वही कई प्रधानमंत्री ऐसे भी रहे जिनके दिल में कसक रह गयी की काश वो भी लाल किले पर झंडा फहरा पाते वे प्रधानमन्त्री तो जरुर बने लेकिन उन्हें झंडा फहराने का अवसर नहीं मिला. छोटे छोटे कार्य काल में देश की बाग़ डोर संभालने वाले प्रधानमन्त्री चौधरी चरण सिंह, वी.पी. सिंह, अच.डी देवगौड़ा, केंद्र कुमार गुजराल को लाल किले से एक एक बार झंडा रोहण करने का मौका मिला जबकी पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपयी अपने 13 दिनों के कार्यकाल में जो की उन दिनों 1996 के दौर का था उन दिनों उन्हें झंडा रोहण करने का मौका नहीं मिल पाया था दरअसल ये बड़ा ही दिलचस्प इतिहास हैं जिन्हें जानना या समझना उनके लिए बहुत जरुरी हैं जो आज देश की सबसे बड़ी आबादी हैं यानी अंडर 25 के लोगो का ऐज ग्रुप जिन्हें लाल किले की इमारत को टूरिस्ट स्पॉट से ज्यादा समझने की जरुरत हैं.

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जो लाल किले का आर्किटेकचर हैं वो इंडो – इस्लामिक कल्चर का प्रतिक हैं उसमे हिन्दू मुस्लिम एक तरह से यूनिटी हैं यानी की एक एकता का प्रतिक हैं और लाल किला और दिल्ली धीरे धीरे जनमानस में इतना रच बस गया की दिल्ली और लाल किला ही जब सत्ता का केंद्र बन चूका था तो लोग उसकी सत्ता की प्रभुता को समझते हैं. कई बार ऐसा हुआ हैं की कई जगह सत्ता के केंद्र बने हैं लेकिन लोग उसे जनमानस में उतार नहीं पाते इसलिए किसी भी सरकार के ये जरुरी हैं की लाल किला एक ऐतिहासिक धरोहर हैं की उसका लगातार पुनर्निर्माण उसका होता कराते रहे, लगातार रिनोवेट उसको कराते रहे क्युकी लाल किला का कोई सुब्सीटयूट नहीं बना हैं और चाहे कोई भी पार्टी शासन में रहे और ये जो प्रतिक हैं एकता का, इंडो – इस्लामिक कल्चर का, हिन्दू – मुस्लिम कल्चर का वो बना रहे.

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Red Fort in Hindi  : बहरहाल इस बार बारी नरेंद्र मोदी की रही जो इस बार लाल किले पर झंडा फहराने वाले 13 वे प्रधानमन्त्री बन गए. इतना ही नहीं. मोदी के साथ एक और इतिहास भी जुड़ गया क्युकी लाल किले पर झंडा फहराने वाले वे पहले प्रधानमन्त्री हैं जो आज़ादी के बाद पैदा हुए हैं यानी की रिकॉर्ड के बादशाह मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री लाल किले से भी एक अनोखा इतिहास रच दिया हैं

 

हिन्दुस्तानी कहानियो की दुनिया को बहुत पसंद करते हैं क्युकी इन कहानियो में छिपे होते हैं कहानियो के सबक जिसे हम लोगो को चासनी लगा के पेश करने में बड़ा आनंद आता हैं हालांकि लाल किले को बनाने के पीछे की कहानी में कुछ भी मिर्च मसाला लगाने की जरुरत नहीं हैं क्युकी लाल किला अपने आप में जिंदा इतिहास हैं

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अब हम आपको बताएंगे की अपने निर्माण के 350 साल भी पहाड़ की तरह खड़े रहने के पीछे इस किले की क्या कहानी हैं  :
Red Fort in Hindi  : दरअसल लाल किले का इतिहास ख़ासा मजेदार हैं. मुगलिया सल्तनत के शहन्शाह शाहजहाँ ने अपनी बसाई गयी नयी राजधानी शाहजहाँबाद के लिए लाल किले का निर्माण कराया था ताकि सलीम गढ़ के किले को लाल किले से जोड़ा जा सके. ये उस दौर की दास्तान हैं जब मुगलिया सल्तनत के शहंशाह को शाहजहाँ ने अपनी राजधानी आगरा से दिल्ली शिफ्ट की थी. दिल्ली में शाहजहाँ ने शाहजहाँबाद के नाम से एक नगर बसाया जहाँ यहाँ किले का निर्माण शुरू करवाया लाल पत्थर से बने इस किले को भी यमुना नदी से सटा कर बनाया गया ताकि नदी का पानी किले के किनारे बनी खाइयो को भर सके. हालंकि 350 साल पहले उस कोशिश के यहाँ सिर्फ निशान ही मिलते हैं. उस किले को बनवाते वक़्त शाहजहाँ ने इसे पहले से मौजूद सलीम गढ़ किले से जोड़ दिया इसे इस्लाम शाह सूरी ने 1546 में बनवाया. 1939 से शुरू हुवे लाल किले का निर्माण 9 सालो बाद जाकर पूरा हुआ. दिल्ली में जितने भी शासक हुवे हैं उन्होंने अपने तरीके से राजधानी बनाई हैं तो दिल्ली एक बहुत बड़ा एरिया हैं अगर मान लिया जाए की इंद्र प्रस्थ से लेकर अभी लुतियस दिल्ली तक के बीच में अभी तक जितने भी बादशाह यहाँ पर आये हैं. उन्होने अपनी एक आइडेंटिटी बनाने के लिए एक अलग तरीके के स्ट्रक्चर वाली बिल्डिंग का निर्माण करते थे वो. तो अकबर के अपने अलग चैलेंज थे तो वो फतेहपुर सिकरी के अगरा का रुख किया उन्होंने पर शाहजहाँ ने दिल्ली के potential को realise किया की ये सत्ता का केंद्र रहना जरुरी हैं लेकिन ये vulnerable था इसका मतलब अगर आपने किसी तरह border cross किया तो बंगाल तक जितना भी इलाका हैं उसके खुले हुवे रहने के कारण उसको बचन भी जरुरी था तो उसने एक शहर बसाया जिसे शाहजहानाबाद नाम दिया और world सिटी के नाम से हम उसे जानते हैं. उसकी ऊँची ऊँची देवारो को देखते हुवे और इतने सारे गैटो को देखते हैं रुक्मान गेट, लाहोरी गेट. तो इन सब में हमे उनकी स्टारेट्रजी दिखती हैं तो जमुना को एक तरफ रखते हुवे उन्होंने लाल किले का एक भव्य निर्माण किया क्युकी अगर भव्य नहीं करेंगे तो जनमानस को राजा की शक्ति का अंदाज़ा देना बहुत जरुरी मन जाता था तो पॉलिटिकली, एकोनोमिकाल्ली, और स्टेटरजिकाल्ली यानी की ट्रेड सेंटर भी रहा हैं दिल्ली हमेशा से चाहे यहाँ पर सत्ता का केंद्र रहा हो या ना रहा हो तो उन्होंने शाहजहाँबाद को एक सुरक्षित दीवारों से घिरी हुई सिटी बनाई और जो की लाल किले का एक हिस्सा ही था वो अंतिम में.

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Red Fort in Hindi  : लाल किले के निर्माण में उस समय के हिसाब से सुरक्षा का बड़ा ख्याल रखा गया था साथ ही कोशिश ये भी की गयी की यहाँ रहने वाले लोगो को अपने किसी भी काम काज में कोई भी दिक्कत ना आये. पर्शियन, यूरोपियन और भारतीय कलाओ को मिला कर इस किले के वास्तु का खाका खिंचा गया और चार द्वार बनवाए गए और इन द्वारों का नाम हैं लाहोरी गेट, दिल्ली गेट, जमुना गेट और सलीम गढ़ गेट.

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महल और किले में फर्क होता है. ये किला था यानी की मुगुल बादशाहों का रिहायशी इलाका भी था वो, उसके अंदर अन्त्म्पुरम भी हैं जिसमे की प्राइवेट व पब्लिक दोनों space हैं उसके अंदर. तो जहाँ बादशाह रह रहा हैं उस जगह का प्रोटेक्शन बहुत ही जरुरी हो जाता हैं तो किले के रूप में ही उसका विकास किया गया था जिसके अंदर वो रह रहे थे तो वहां एक छावनी का होना भी बहुत जरुरी था और आक्रमण को रोकने के लिए पहले के काल में जो स्टेटरजी अपनाई जाती थी वो भी डायरेक्ट आक्रमण ना हो जाए तो ऊन्होने एक तरफ से natural boundary यमुना को बनाया था.

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Red Fort in Hindi  : इसके अलावा 2.5 किलोमीटर लम्बी चार दीवारी से सुरक्षा कवच तैयार किया गया जिसके किनारे गहरी खाइया थी. जिसके निशान कही कही काफी तलाशने पर मिल ही जाते हैं. लाल किले के स्वरुप के साथ छेड छाड़ औरंगजेब के काल में ही आरम्भ हो गयी थी. जब औरंगजेबी ने दिल्ली गेट को ध्वस्त करा दिया था. जब हम लाल किले की दीवार को बहुत ध्यान से देखते हैं तो हम पाएंगे की उसमे बहुत सी ऐसी चीज़े हैं जो protective measures की तरह देखा जा सकता हैं जैसे वहाँ पर बहुत सारे छेद आपको देखने को मिलेंगे वहां से आप तीर चला सकते हैं, गोली चला सकते हैं. हालंकि उस समय तीरों को ज्यादा चलाया जाता था तो तीर – अंदाजो के लिए लिए उसका निर्माण कराया गया था. दूसरी जो सबसे ख़ास चीज़ थी लाल किले की वो थी यमुना नदी. यमुना नदी के किनारे होने के कारण पानी की किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी वहां पर झेलनी नहीं पड़ेगी साथ ही इस चीज़ की सुविधा भी वहां के राजा को मिल जाएगी की उनकी रानियाँ व पटरानियाँ वहां पर नहा सकती थी. बाकी जो घरो का काम हैं वो उसके अंदर वहां पर पूरा हो सकता हैं साथ ही अगर भविष्य में किसी प्रकार की पानी की जरुरत पड़ती हैं तो उसके लिए भी यमुना नदी एक बहुत अच्छा स्रोत थी. दूसरी तरफ अगर आप देखेंगे तो पाएंगे की वहां पर बड़ी बड़ी खाइयां हैं जिसे दुश्मन बहुत ही आसानी से पार नहीं कर सकता. तो एक बहुत से सही और अच्छे ढंग से सुरक्षित किया गया वो जगह थी जिसे मुगुल बादशाह ने अपने लिए बनाया था जहाँ से आसानी से कोई उसे ढेर ना कर सके. मुगुल बादशाह की सल्तनत आगरा से दिल्ली क्या आई. दिल्ली में लाल किले का निर्माण क्या हुआ की लाल किले को हिन्दुस्तान में हिन्दुस्तान के सोर्यमान का प्रतिक माना जाने लगा और साथ ही यह धारणा बन गयी की अगर आल किले पर कब्ज़ा हो जाए तो हिन्दुस्तान पर धात जम जाएगी यही कारण था की जब अँगरेज़ 1857 के बाद दिल्ली आये और यहाँ से सत्ता का संचालन शुरू किया तोह उन्होंने लाल किले को ही अपना सैनिक मुख्यालय बनाया साथ ही लाहोरी गेट पर अपना यूनियन जैक लहराया. 1857 में लाल किले पर ब्रिटिश हुकूमत का कब्ज़ा हो गया जिसके बाद ब्रिटिश हुकूमत ने लाल किले का इस्तेमाल ब्रिटिश छावनी के रूप में करना शुरू कर दिया. ब्रिटिश सेना ने लाल किले के दायरे में स्थित करीब 80 फीसदी मंडपों और उद्यानों को नष्ट कर दिया हालांकि इससे पहले भी कई बार लाल किले पर हमले हुवे. 18 वी सदी में कुछ लुटेरो के गिरोह ने कई बार इसके कई हिस्सों को नुक्सान पहुचाया लेकिन ब्रिटिश हुकूमत में ब्रिटिश छावनी बनने के पश्चात भी व आज़ादी के बाद भी छावनी के रूप में ही ज्यादा इस्तेमाल हुआ. खासकर सलीमगढ़ के किले वाला हिस्सा. इसके कई महत्वपूर्ण हिस्से 2003 तक सेना के पास रहे हालांकि बाद में सेना ने इसे पर्यटन विभाग को सौप दिया.

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18 वी शताब्दी के उत्तरार्ध में मुगुल साम्राज्य का विघटन होता चला गया और 1857 के विद्रोह तक जो आखिर मुगुल बादशाह था बहादुर शाह जफ़र वो दिल्ली के ही आस पास के इलाको का ही शासक बन कर रह गया था तो जब विद्रोह हुआ तो जो एक लम्बे काल तक मुगुल शासन रहा था वो जनमानस में इतना रच बस गया था की बड़ा प्राकृतिक रूप से शासन करना उनके दिमाग में आया उस समय हिन्दू – मुस्लिम को लेकर बंटवारा ऐसी किसी की मानसिकता नहीं थी. तो उन्होंने सोचा की अगर मुगुल ही शासक रहे हैं तो अंग्रेजो के जाने के बाद वही शासक बनेगे तो ये बड़ी एक खतरनाक स्थिति थी क्युकी ये एक किनारा बन गया था विद्रोह का. तो जब उन्होंने उन पर मुकदमा चलाया और गिरफ्तार कर कर रंगून भेजा और ये समझा जो की ये प्रतिक बनता जा रहा हैं राष्ट्र वाद का उसको हटाना ज्यादा जरुरी हैं. जिसमे की एक लम्बी परंपरा के तहत लाल किला भी जुदा हुआ था.

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Red Fort in Hindi  : लाल किले से अतीत की ना जाने ऐसी कितनी कहानियाँ जुडी हुई हैं. अतीत के पन्ने पलटने पर लाल किले के कई अच्छे बुरे दिनों का इतिहास मिल जाता हैं. इन्ही में से कुछ निम्नलिखित हैं :

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Red Fort in Hindi  

1. लाल किले में किसी वक़्त 3000 लोग रहते थे
2. औरंगजेब ने कई निर्माणों को बाद में कराया
3. 1739 में नादिर शाह ने हमला किया और यहाँ से नादिर शाह अपने साथ स्वर्ण मयूर का सिंहासन ले लिया.
4. प्रथम स्वतंत्रता संग्राम यानी 1857 में अंग्रेजो ने किले पर अधिकार कर लिए, अंग्रेजो ने कई रिहायशी महल नष्ट कर दिए और किले को ब्रिटिश सेना का मुख्यालय बना दिया
5. लाल किले में आख्रिरी मुगुल बादशाह बहादुर शाह जफ़र पर मुकदमा चला.

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Red Fort in Hindi  : इस चीज़ को ध्यान में रखते हुवे उन्होंने मुगुल बाद्शाहिय्त और लाल किले के महत्व को कम करने के लिए उन्होंने लाल किले को छावनी में बदल दिया जिससे लोगो के दिमाग से, उनकी चेतना से ये चीज़ निकल जाए की मुगुल शासन का अंत हो जाए. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. क्युकी लाल किला राष्ट्रवाद की चेतना का एक अंग बना रहा, पुरे अंग्रेजी शासन में तभी तो सुभाष चन्द्र बाबू ने भी कहा था की लाल किले पर ही झंडा फहराना ज्यादा जरुरी हैं और नेहरु ने एक दम सटीक कदम उठाया था की जैसे ही अँगरेज़ गए उन्होंने ठीक लाल किले में जाकर झंडा फहराकर भारतीय राष्ट्रवाद को की स्तापना की की लाल किले अब हमारे कब्ज़े में हैं तो अब सत्ता हिन्दुस्तानियों के हाथो में हैं. ये एक बहुत बड़ा चिह्नीक प्रतिक था लाल किले से यानी लाल किला अपने निर्माण के साथ ही दिल्ली के लिए एक प्रतिक चिन्ह बन गया था. लाल किले पर अधिकार यानी दिल्ली पर अधिकार और दिल्ली पर अधिकार यानी हिन्दुस्तान की हुकूमत पर नियंत्रण शायद इसी लिए लाल किले को प्रतीकात्मक तौर पर आज भी भारत के स्वाभिमान का प्रतिक माना जाता हैं लाल किले जो विश्व धरोहर के तौर पर UNESCO की सूची में भी शामिल हैं यानी की पर्यटन के हिसाब से दिल्ली की सबसे अहम जगह बन चूका हैं. आंकड़े बताते हैं की दिल्ली में आने वाले पर्यटकों की यात्रा बिना लाल किला घुमे अधूरी हैं. लाल किले के एक हिस्से में अभी भी सेना की एक छावनी हैं लेकिन इसका अभी भी ज्यादातर हिस्सा पर्यटकों के लिए खोला जा चूका हैं. जहां तमाम तरह के आयोजन वक़्त वक़्त पर होते रहते हैं.
Red Fort in Hindi  : किसी भी देश की विरासत को समझने के लिए प्रतिको का होना खासा जरुरी है और भारत जो की ऐतिहासिक तौर पर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा समृद्ध हैं वहां प्रतिको की कमी हो ऐसा हो ही नहीं सकता. लाल किला भी एक ऐसा ही प्रतिक हैं. जो की भारत की लोकतान्त्रिक व्यवस्था और संप्रभुता का प्रतिक हैं. जहां अतीत और वर्तमान का संगम होता हैं. जहां मोजु को रेन मिला, जहाँ माजी को चैन मिला, मैं हु शाही दिल्ली की शान मैं हु लाल किला.

Red Fort in Hindi  

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