संयुक्त राष्ट्र महासभा में तस्वीरों का प्रदर्शन
संयुक्त राष्ट्र महासभा में तस्वीरों का प्रदर्शन : उस दिन के बाद मैलकम ने आजीवन मदर के कार्यों में अपना सहयोग दिया और उनके जीवन पर एक पुस्तक भी लिखी, जिसमें उन्होंने अंधेरे कमरे में खींची गई तस्वीरों का बाकायदा उल्लेख किया था।
मैलकम ने उन तस्वीरों को संयुक्त राष्ट्र महासभा के अधिवेशन में प्रदर्शन के लिए भेजा। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव और अन्य राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने उन तस्वीरों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और मदर टेरेसा को दुनिया की सबसे श्रेष्ठ महिला बताया। उनके प्रभाव के चलते अधिवेशन में पहली बार ईश्वर की प्रार्थना की गई।
इस घटना पर मदर ने अपने संदेश में कहा, ”जो लोग मानव सेवा कर रहे हैं, उन्हें अपनी उपलब्धियों पर गुमान नहीं करना चाहिए।” | मदर की ख्याति अब पूरे विश्व में फैल गई थी। उन्हें जो भी वस्तु अथवा धनराशि उपहार में मिलती, उसे वे निराश्रित लोगों की सेवा में लगा देती थीं। उनका अपना जीवन बड़ा सादगीपूर्ण था।