भूखे को रोटी व प्यासे को पानी दो : फिलीपीन्स के इस होम में कमजोर नजर वालों को होम की ओर से जांच करके नजर का चश्मा दिलाया जाता था। एक बार पता चला कि एक आदमी तीसरी बार चश्मा लेने आया है तो सिस्टर ने उससे पूछा कि पहले दो चश्मों का उसने क्या किया? इस पर उसने सच्चाई से बताया कि घर में खाने को कुछ नहीं था और कर्जदार उसे परेशान कर रहे थे इसलिए उसने उन्हें बेच दिया। इस बात की शिकायत मदर के पास भेजी गई।
मदर का जवाब आया, ”सिस्टर ! पहले भूखे को रोटी दो, प्यासे को पानी दो। बाद में कोई दूसरा काम करो।”
अगले दिन से सभी सिस्टर्स ने मदर के आदेशों का पालन करना शुरू कर दिया। वे मरीजों की पारिवारिक स्थिति का पता लगातीं और उनकी परेशानियों को दूर करने का भरसक प्रयत्न करतीं। मरीजों की ही नहीं, अपनी साथी सिस्टर्स की परेशानियों को भी वे दूर करने का प्रयास करतीं। क्योंकि मदर का संदेश था, ” भारी मन से अथवा अपने पीछे की चिंताओं से ग्रसित होकर कोई सिस्टर सेवा कार्य के महती कर्म को पूरी शिद्दत के साथ अंजाम नहीं दे सकती। अपने आपको सभी प्रकार के भौतिक बंधनों से मुक्त करके ही बेसहारा गरीब लोगों की सेवा की जा सकती है।”