Aalas Ka Parinam | आलस का परिणाम
Aalas Ka Parinam | आलस का परिणाम : एक कौए और गिलहरी में अच्छी मित्रता थी। लेकिन कौआ जहां बेहद आलसी था, वहीं । | गिलहरी तेज व फुर्तीली। । एक दिन दोनों ने तय किया कि क्यों न कुछ खेती की जाए। दोनों का विचार था कि उनकी । कड़ी मेहनत से अच्छी फसल होगी।
कुछ दिन बाद गिलहरी ने कौए को बुलाकर खेतों में पानी देने को कहा। कौआ बोला, “अभी तुम जाओ, मैं थोड़ी देर में आता हूं।” बेचारी गिलहरी ने खेतों में पानी दिया और कौआ यूं ही पड़ा सुस्ताता रहा।
दो-तीन माह बाद जब फसल पक गई तो गिलहरी ने कौए से कहा, “चलो, फसल काटने । | में मेरी सहायता करो।”
लेकिन कौए ने वही पहले जैसा जवाब देकर उसे टरका दिया।
चूंकि गिलहरी मेहनती और ईमानदार थी, अत: उसने फसल काटी और उसके दो हिस्से कर दिए। एक हिस्सा उसने वहीं खेत में छोड़ा और दूसरे हिस्से को बैलगाड़ी में लादकर गोदाम में ले जाकर रख दिया। . उधर कौआ पहले की तरह सुस्त पड़ा रहा। वर्षा ऋतु आ पहुंची थी।
फिर एक दिन कौए ने सोचा कि क्यों न खेतों में जाकर अपने हिस्से की फसल ले आऊं। जैसे ही वह जाने को तैयार हुआ कि वर्षा होने लगी। तेज बरसात में खेतों में रखी कौए की फसल बह गई, आलसी कौए के हाथ कुछ न लगा। जबकि उसे उगाने में उसने तनिक भी श्रम नहीं किया था, फिर भी उसे अपने आलसी स्वभाव के कारण दाना भी न मिल पाया।
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