Chalak Bhediya Aur Usse Bhi Chalak Memna | चालक भेड़िया और उससे भी चालक मेमना
Chalak Bhediya Aur Usse Bhi Chalak Memna | चालक भेड़िया और उससे भी चालक मेमना : पहाड़ियों से होकर बहने वाली एक छोटी-सी नदी के किनारे एक भेड़िया पानी पी रहा था। तभी उसने देखा कि नीचे ढलान पर एक मेमना भी पानी पीने का प्रयास कर रहा है। | मेमने को देखकर भेड़िए के मुंह में पानी भर आया। वह बोला, “ऐ मेमने ! तुम अपने पैरों से पानी को हिलाकर गंदा क्यों कर रहे हो। देखते नहीं मैं पानी पी रहा हूं।” | ” ऐसा कैसे हो सकता है भला!” मेमना बोला, “तुम ऊंचाई पर हो और मैं नीचे। तुम्हें मालूम होना चाहिए कि पानी ऊपर से नीचे की ओर बहता है, न कि नीचे से ऊपर।”
“चुप रहो!” मक्कार भेड़िया बोला, “मुझे मालूम है तुम्हीं वह मेमने हो जिसने पिछले वर्ष मेरे पिता का अपमान किया था।” । मेमना सोच में पड़ गया, फिर बोला, लेकिन पिछले वर्ष तो मैं पैदा भी नहीं हुआ था।”
भेड़िया तो उसे खाना चाहता था, बोला, “इन बेकार की बातों में कुछ नहीं रखा। तुम पिछले साल थे या नहीं, इससे मुझे क्या लेना-देना। मैं तो तुम्हें मारकर खा जाऊंगा।” कहकर भेड़िया झपट पड़ा मेमने पर लेकिन उससे पहले ही मेमने ने भेडिये को एक लात मार दी उस लात से भेडिये का कुछ बिगड़ा तो नहीं लेकिन वो पहले से भी ज्यादा आग बबूला हो गया और मेमने का पीछा करने लगा इस पर मेमना बहुत तेज़ी से भागता हुआ झाड़ियो में घुस गया और उसके पीछे पीछे भेडिये ने भी झाड़ियो में घुसना चाहा लेकिन इतने में मेमने ने फिर उसकी नाक पर तेज़ी से लात मारी जिससे वो बच ना सका क्यूंकि वो पहले से ही झाड़ियो में फंसा हुआ था अब क्यूंकि भेडिये को झाड़ियो में घुसने की आदत नहीं थी इसीलिए वो नाक का दर्द सहे वहां से बाहर निकलने का प्रयास ही करता रह गया और शाम हो गयी और शाम से रात हो गयी, रात में जब जंगले का राजा शेर शिकार पर निकला तो उसे उस दिन ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी क्यूंकि एक असहाय भेड़िया झाडियो में फंसा हुआ था शेर का पहले से ही तैयार शिकार।
Also Check : राजकुमारी से प्रेम प्रचंड | Rajkumari Se Prem Prachand