Story of True Love
Story of True Love : वो साइकिल चला कर इंडिया से स्वीडन पहुंचा सिर्फ और सिर्फ अपनी पत्नी की एक झलक देखने के लिए! एक ऐसी प्रेम कहानी जो आपका दिल पिघला देगी.
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Story of True Love : ये कहानी हैं डॉ. प्रद्युमन कुमार महानंदी और चेरोलेट वोन स्कवेडिन की. जो की बिलकुल किसी बॉलीवुड कहानी की तरह लगेगी सिवाय इसके की ये एकदम सच्ची हैं. आज की इस मतलबी दुनिया के मतलबी लोगो ने जहाँ पर प्यार, वादे, कसमे सबको झूठा साबित कर दिया हैं लेकिन ये कहानी प्यार के जज्बे और जोश और सबसे ज्यादा ताकत में आपका विश्वास दोबारा से पैदा करने में कामयाब होगी.
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Story of True Love : प्रद्युमन कुमार जो की ओडिशा के एक बहुत ही गरीब घर में पैदा हुवे थे और अपना जीवनयापन करने के लिए सिलाई बुनाई का काम किया करते थे. उन्होंने अपनी इस गरीबी को कभी भी अपने कलाप्रेम के प्रति जूनून और अपनी पढाई के बीच आने नहीं दिया. 1971 में, उन्होंने कॉलेज ऑफ़ आर्ट जो की नयी दिल्ली में था उसे ज्वाइन किया और वहां के जानेमाने नाम बन गए. जिसे हर कोई कमाल की कलाकारी और कमाल के चित्र बनाने वाले कलाकार के रूप जानते थे.
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Story of True Love : उनकी कला की प्रसद्धि देश – विदेशो में तक पहुँच गयी थी. एक 19 साल की लड़की जो की स्वीडन से थी उसने फैसला लिया की वो अपने लिए चित्र बनवाने प्रद्युमन कुमार महानंदी से मिलेगी लेकिन खूबसूरत चेरोलेट वोन का चित्र बनाते वक़्त प्रद्युमन उनके प्रेम में पड़ गये. और चेरोलेट वोन स्कवेडिन भी उन्होंने कलाकार के अंदर की अछइयां देखी और उन्हें भी उनसे प्यार हो गया.
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Story of True Love : उन्होंने जल्द ही पारंपरिक रीती रिवाजो के अनुसार शादी कर ली और उसके बाद चेरोलेट ने नाम बदल कर चारुलता रख लिया लेकिन उनकी शादी को कम ही वक़्त हुआ था की चारुलता को वापस स्वीडन जाना था. उन्होंने प्रद्युमन को कहा भी वो उनके साथ स्वीडन चले लेकिन उन्होंने मना कर दिया क्यूंकि उनकी पढाई अभी भी जारी थी और जैसा की हमने आपको पहले बताया प्रद्युमन के लिए पढाई भी उनके जीवन में प्राथमिकता की सूची में आती थी. लेकिन उन्होंने चेरोलेट से वादा किया की वो उससे मिलने जल्द आएँगे और जरुर आएँगे चेरोलेट उन्हें उस समय एयर टिकेट्स देना चाहती थी लेकिन प्रद्युमन ने लेने से मना कर दिया.
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Story of True Love : प्रद्युमन ने इंतज़ार किया जब तक की उनकी पढाई पूरी हुई. और उसके बाद उन्होंने फैसला किया की वो अपनी बीवी से मिलने स्वीडन जाएंगे और वो भी साइकिल से. हाँ! ये आज के जमाने में सुनने में संभव नहीं लगता लेकिन आज से कुछ दशको पहले ये संभव था. ऐसा करने में उन्हें 5 महीने लगे जब तक की वो स्वीडन पहुंचे और अपनी पत्नी से मिले. स्वीडिश अफसरों के पास शब्द नहीं थे की वो उन्हें क्या कहे. जितने भी लोग उनके बारे में सुन रहे थे वो उनके प्रेम पर मत्रमुग्ध हो रहे थे क्यूंकि उन्होंने (प्रद्युमन) खुद में ऐसा उदहारण लोगो के सामने खड़ा कर दिया था जिसे सालो सालो तक प्रेम की निशानी के रूप में याद किया जाना था.
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Story of True Love : आज प्रद्युमन ओडिया सांस्कृतिक राजदूत हैं स्वीडन में और वहां वो अपनी पत्नी चेरोलेट और दो प्यारे प्यारे बच्चो के साथ रहते हैं. उन दोनों की शादी को आज 40 साल पुरे हो चूके हैं. ये सच्ची प्यार की कहानी जल्द ही हम सभी को बड़े परदे पर दिखने वाली हैं. भारत के जानेमाने डायरेक्टर संजय लीला भंसाली डॉ. प्रद्युमन कुमार महानंदी और चेरोलेट वोन स्कवेडिन की कहानी को फिल्म की दिशा देने वाले हैं.
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Story of True Love : जहाँ एक गरीब लड़का एक अमीर लड़की से मिलता हैं. दोनों एक – दुसरे के प्यार में पड़ जाते हैं. लड़की वापस अपने देश चली जाती हैं और लड़का वादा करता हैं की एक दिन वो उससे मिलने जरुर आएगा. 🙂
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