सबसे दुखभरी प्रेम कहानी | Most Sad Love Story in Hindi : क्या मैं अभी भी तुम्हारी डायरी में हूं?” उसने पूछा।
“मैंने लिखना कब का छोड़ दिया हैं।” उसने जवाब दिया।
“क्यूं लेकिन?” उसने चौंके हुवे उससे पूछा।
“क्योंकि, मैंने अपनी कहानी कही बीच में ही खो दी थी।” उसने मजबूती से जवाब दिया।
उसके एक शब्द ने ही बहुत सारे सवालों का जवाब दे दिया था. कुछ देर के लिए दोनों के बीच चुप्पी छाई हुई थी
उस रात, जब वो घर लौटी। थोड़ी देर चैन से बैठने के बजाए, वो सीधा अपनी लाइब्रेरी वाले कमरे में गयी, उसने अपनी डायरी खोली जो उसे उसी शख्स ने दी थी जो आज उसके लिए किसी अजनबी से कम नहीं था।
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अगले ही पल उसने अपने विचारों को उसमे लिखना शुरू कर दिया, “आज, दो साल बाद, अचानक मेरी उससे चलते चलते मुलाक़ात हो गयी और मैंने झूठ बोला, लेकिन …
लेकिन मैं झूठ कहना नहीं चाहती थी, इस वक़्त ने मुझे मजबूर कर दिया था, हाँ अगर सच कह भी दिया होता तो क्या हासिल हो जाता उसे भी और मुझे भी. अब जब सब कुछ खत्म हो गया हैं तो झूठ बोलना मुझे कुछ गलत सा नहीं लगा हाँ अगर कुछ गलत लगा तो वो हम दोनों का आज इतने इत्तेफाक से मिल जाना लगा.
कितना अजीब होता हैं ना जब वक़्त ही तुमको अलग होने पर मजबूर कर देता हैं और ना चाहते हुवे भी तुम्हे वक़्त के सामने घुटने टेकने पड़ जाते हैं लेकिन आज के इस बेमंसुबे की मुलाक़ात को क्या नाम दूँ समझ नहीं आ रहा हैं. मन में ख्याल आ रहा हैं की ज़िन्दगी में दोबारा तुम्हारी शक्ल कभी ना देखने पाऊं, कभी फिर दोबारा तुमसे मुलाक़ात ना हो और दिल में क्या आ रहा हैं वो तुम जानते ही हो. काश हम अलग ना हुवे होते, काश हमारे रास्ते अलग ना बंटे होते, काश, काश….”
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