जामुन खाने के फायदे | Jamun Ke Fayde
Black plum नाम से जाना जाने वाला जामुन दिखने में छोटा और चमकीला होता है. यह काले रंग का होता है. खाने में बहुत की स्वादिष्ट होने के बावजूद बहुत से लोग जामुन खाने के फायदे नही जानते है. जामुन के अंदर अनेक औषधीय गुण पाए जाते है. जिस वजह से जामुन खाने के फायदे भी अनेक है.
यदि इसके विभिन्न नामो की बात करें तो यह अनेक नामों जैसे राजमन, काला जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी आदि नामों से जाना जाता है. इसका उत्पादन भारत, और दक्षिण एशिया के देशों में होता है. इसमे मुख्यतः ग्लूकोज और फ्रक्टोज दो तत्व पाए जाते है. इसके बीज में प्रोटीन, और कैल्शियम की अधिकता पाई जाती है. आगे बात करेंगे कि जामुन खाने के फायदे क्या क्या है.
जामुन खाने से ढ़ेर सारे फायदे। Jamun Benefits
- जामुन खाने के फायदे बहुमूत्र की समस्या का अंत
- जामुन खाने से दांत मजबूत होते है
- जामुन खाने से पायरिया की समस्या का अंत
- जामुन खाने से मुह में हुए छाले की समस्या का अंत
- जामुन खाने से दस्त का उपचार
- जामुन खाने से कान में दर्द का उपचार
- जामुन खाने से पथरी की समस्या का अंत
- जामुन खाने से बवासीर का उपचार
- जामुन खाने से प्रदर रोग का उपचार
- जामुन खाने से पेट की पीड़ा का अंत
- जामुन खाने से भूख न लगने का उपचार
- जामुन खाने से बिस्तर में पेशाब करने की समस्या का अंत
- जामुन खाने से पीलिया का उपचार
- जामुन खाने से आवाज बैठ गई हो या गले मे दर्द की समस्या का अंत
- जामुन खाने से गले मे सूजन का उपचार
- जामुन खाने से नपुंसकता समस्या का अंत
- जामुन खाने से हैजा का उपचार
- जामुन खाने से वीर्य के पतलेपन की समस्या
- जामुन खाने से अम्लपित्त का उपचार
- जामुन खाने से उल्टी का उपचार
- जामुन खाने से मधुमेह का इलाज
जामुन कई बीमारियों का रामबाण इलाज | Jamun Cure Many Diseases
जामुन विटामिन सी और आयरन का एक प्रमुख स्रोत है. इसके सेवन से शरीर मे हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है, जिससे रक्त के द्वाराऑक्सीजन पूरे अंगों में पहुचता है. जामुन के गुठली का चूर्ण भी बनाया जा सकता है. इसके चूर्ण के सेवन से मधुमेह में बहुत राहत मिलती है. जामुन का सेवन लीवर की सेहत सुधारता है. इन सब के इलावा जामुन के कई और सरे फायदे हैं जो हमने नीचे इस पोस्ट में बताये हुए है, जामुन के और फायदे जानने के लिए नीचे पढ़े।
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1) यदि किसी व्यक्ति को बहुमूत्र की समस्या है तो वो जामुन की गुठली का इस्तेमाल कर सकता है. इसके लिए जामुन की 15 ग्राम गुठली को पीस कर सुबह शाम 1-1 ग्राम पानी के साथ इसका सेवन करने से बहुमूत्र की समस्या खत्म हो जाती है.
2) यदि किसी के दांत कमजोर है तो वह जामुन की छाल को पानी मे उबालकर रोजाना दिन में दो बार उस पानी से कुल्ला करें. इससे दांत मजबूत होते है.
3) यदि कोई पायरिया की बीमारी से पीड़ित है तो वह जामुन की छाल को जला ले, और उसमें फिटकरी, और सेंधा नमक मिलाकर उसका प्रयोग मंजन के तौर पर सुबह प्रयोग करे.
4) जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से मुँह में हुए सारे घाव और छाले ठीक हो जाते है. मुह में हुए छाले ठीक करने के लिए जामुन के 50 ग्राम पत्तो को पानी के साथ मिलाकार अच्छी तरह पीस ले,फिर इस मिश्रण को 300 ml पानी मे मिलाकर छान लें, और इस पानी से कुल्ला करने पर छाले में राहत मिलती है.
5) जामुन का प्रयोग दस्त को ठीक करने में इस तरह कर सकते है जामुन का रस बना ले, और उसे बकरी के दूध में मिलाकर पिएं. इससे दस्त में आराम मिलता है.
जामुन के रस निकालें जो करीब 2 चम्मच हो. अब उसमे कुछ मात्रा में मिश्री मिला कर उसका सेवन करने से दस्त में राहत मिलती है.
जामुन की पत्तियां को पीस ले, और उसमें सेंधा नमक मिलाकर खाये, इससे लाभ होगा.
6) यदि किसी व्यक्ति को कान में दर्द हो रहा है तो वह जामुन का तेल कान में डाल सकता है. इससे दर्द में राहत मिलती है.
7) यदि कोई पथरी की समस्या से ग्रसित है, तो वह जामुन का सेवन कर सकता है. इसकी गुठली का चूर्ण बनाकर दही के साथ लेने से मूत्र रोग में राहत मिलती है.
8) यदि कोई व्यक्ति बवासीर से पीड़ित है, तो वह जामुन का उपयोग इस प्रकार कर सकता है.
यदि किसी को खूनी बवासीर या सामान्य बवासीर है, तो वह जामुन की गुठली के अंदर के भाग को आम के गुठली के अंदर के भाग के साथ सुखा कर एक चूर्ण बना ले, फिर इस चूर्ण को गर्म पानी या छाछ के साथ पिये. इससे बवासीर ठीक हो जाता है.
जामुन के पेड़ की एक छाल ले, और उसका रस निकालें, और उसे 10 ग्राम शहद के साथ प्रतिदिन सुबह और शाम सेवन करे. इससे बवासीर में आराम मिलता है.
जामुन की पत्तियों का रस निकालें और उसमें बुरा मिलाकर पिएं. इससे बवासीर ठीक होता है.
9) प्रदर रोग का जामुन से उपचार.
जामुन की छाल और उसे धूप में सुखाकर अच्छी तरह से कूट कर उसका चूर्ण बना ले, फिर इसका मतलब सेवन 5 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सुबह और शाम को दूध या पानी के साथ करे. इससे प्रदर में आराम मिलता है.
जामुन के पत्तों का रस बनाये, और सुबह और शाम को 10 से 20 ग्राम की मात्रा में इसका सेवन करे. इससे रक्त प्रदर की समस्या समाप्त हो जाती है.
10) पेट मे किसी भी प्रकार का दर्द होने पर जामुन का सेवन इस प्रकार किया जा सकता है.
इसके जामुन के रास की 10 मिली मात्रा के साथ सिरके के रस का 50 मिली को पानी मे घोल ले, और इसे पिये. इससे पेट की पीड़ा कम होती है.
11) जामुन का रस निकालें, और उसे सेंधा नमक के साथ खाएं. इससे पेट मे दर्द की समस्या, दस्त की समस्या, भूख न लगने की समस्या से राहत मिलती है.
12) यदि किसी बच्चे को बिस्तर में पेशाब करने की समस्या है, तो वह जामुन की गुठलियां ले, और उन्हें छाया में सुखाकर पीस ले और उसका बारीक चूर्ण बना ले. अब इस चूर्ण बक सेवन दिन में दो बार 2-2 ग्राम की मात्रा लेकर पानी के साथ करे. इससे बच्चे को बिस्तर में पेशाब करने की समस्या से राहत मिलेगी.
13) यदि कोई भी पीलिया जैसी खतरनाक बीमारी से ग्रसित है, तो वह भी जामुन का सेवन कर सकता है. इसके लिए जामुन का रस निकालें, जितना संभव हो सके. उसमे सेंधा नमक मिला दे, और एक कार्क की मजबूत बोतल में भरकर 40 दिनों के लिए ऐसे ही रख दे. अब 40 दिन बाद से आधा चम्मच प्रतिदन पीने से पीलिया में लाभ होता है.
14) यदि किसी की आवाज बैठ गई हो या गले मे दर्द की समस्या हो तो उसके लिए वो यह उपाय कर सकते है. इसके लिए जामुन की गुठलियों को पीस ले, और शहद के साथ मिलाकर गोलियां बना ले. अब इसे दिन में 4 बार 2-2 गोलियां खाएं. इससे जल्द ही गले का दर्द ठीक हो जाता है. जिनकी आवाज भारी हो गई हो, वो भी सही हो जाती है. यह खासकर उन लोगो को जरूर खाना चाहिए जो संगीत के क्षेत्र से है.
15) यदि गले मे सूजन हो गई हो तो इसके बाद लिए जामुन की गुठलियों का चूर्ण बनाकर दिन में दो बार सुबह शाम चुटकी भर चूर्ण शहद के साथ मिलाकर खाने से सूजन कम हो जाती है.
16) यदि कोई पुरूष नपुंसकता से पीड़ित है, तो वह जामुन के चूर्ण का सेवन गर्म दूध के साथ रोजाना करे.
17) यदि कोई हैजा से पीड़ित है, तो वह 5 ग्राम जामुन का सिरका ले, और उसमें चौथाई की मात्रा में पानी मिलाकर 1-1 घंटे के अंतराल में देने से फायदा होता है.
18) यदि कोई वीर्य के पतलेपन की समस्या से पीड़ित है, तो वह जामुन के गुठली का चूर्ण बनाए, और प्रतिदिन 5 ग्राम चूर्ण का सेवन गर्म दूध के साथ शाम को करे. इससे वीर्य के पतले पन की समस्या दूर होती है.
19) यदि किसी के शरीर मे अम्लपित्त बढ़ गया है, तो वह 1 ग्राम जामुन का रस ले, और उसे गुड़ के साथ खाए. इससे अम्लपित्त की समस्या से राहत मिलती है.
20) यदि किसी को लगातार उल्टी आ रही रही हो, साथ ही खट्टी डकार भी आ रही हो, वह जामुन के छाल को जला कर राख बना ले, अब उस राख को शहद कर साथ मिलाकर खाये. इससे खट्टी उल्टी आनी बंद हो जाती है.
जामुन खाने से मधुमेह का इलाज | Jamun Cure for Diabetes
मधुमेह के इलाज के लिए भी जामुन का इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसके लिए जामुन की गुठली और करेले को सुखाकर उसका चूर्ण बना ले. अब इस चूर्ण को प्रतिदिन 3 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करने से मधुमेह में राहत मिलती है.
कम से कम 30 ग्राम जामुन की नई पत्तियां ले, और उसे काली मिर्च के साथ मिलाकर पीसे. इसे सुबह और शाम को पिये. इससे भी मधुमेह में लाभ होता है.
यदि पेशाब के साथ शुगर की मात्रा आ रही है, तो जामुन की छाल को जलाकर उसके राख रोजाना 2 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ खाने से पेशाब में शुगर नही आती है.
कम से कम 10 जामुन के फल ले और अच्छे से उबाल लें. इसके बाद इन्हें अच्छी तरह मथ लीजिए. इस पेय का सेवन दिन में दो बार सुबह और शाम को करे. इससे पेशाब में शर्करा की मात्रा आना बंद हो जाती है.
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जामुन के 5-6 पत्ते लेकर उनमे सेंधा नमक मिलाकर चबाकर खाने से मधुमेह की समस्या दूर होती है.
जामुन के कुछ हरे और मुलायम पत्ते ले, और उन्हें अच्छी तरह पीस कर के 60 मिली पानी मे मिला ले. अब इस पानी को छानकर लगातार 10दिनों तक पिये. 10 दिन बाद इसे पीना छोंड़ दे. इसके बाद इसे हर 2 महीने का अंतराल रखते हुए 10 दिन तक पिये. इस उपाय से मूत्र में शुगर आना बंद हो जाएगी.