अविश्वासी स्त्री | Avishwasi Stri अविश्वासी स्त्री | Avishwasi Stri : किसी नगर में एक ब्राह्मण रहा करता था। वह अपनी स्त्री को प्राणों से भी
Category: Short Moral Stories in Hindi
ऊंट के गले में घंटा | Unt Ke Gale Mein Ghanta ऊंट के गले में घंटा | Unt Ke Gale Mein Ghanta : किसी गांव
सबके भाग्य में कुछ और लिखा हैं | Sabke Bhagya Mein Kuch Aur Likha Hain सबके भाग्य में कुछ और लिखा हैं | Sabke Bhagya
ज्ञानी बना अज्ञानी | Gyani Bna Agyani ज्ञानी बना अज्ञानी | Gyani Bna Agyani : किसी नगर में चार ब्राह्मण कुमार निवास करते थे। उनमें से
यात्रा का साथी | Yatra Ka Sathi यात्रा का साथी | Yatra Ka Sathi : किसी नगर में ब्रह्मदत्त नाम का एक ब्राह्मण कुमार रहता था।
शत्रु की शक्ति के स्रोत पर वार करो | Shatru Ki Shakti Ke Srot Par Vaar Karo शत्रु की शक्ति के स्रोत पर वार करो
आदमी आदमी का शत्रु | Aadmi Aadmi Ka Shatru आदमी आदमी का शत्रु | Aadmi Aadmi Ka Shatru : पहले समय में किसी गांव में
ब्रह्मणी ने जन्म दिया नाग को | Brhmani Ne Janm Diya Naag Ko ब्रह्मणी ने जन्म दिया नाग को | Brhmani Ne Janm Diya Naag
दूरदर्शी बनना सीखो | Durdarshi Banna Sikho दूरदर्शी बनना सीखो | Durdarshi Banna Sikho : किसी सरोवर में तीन बड़ी-बड़ी मछलियां रहती थीं। कहने को तो
सोच समझ कर ही कार्य का श्री गणेश करो | Soch Samajh Kar Hi Kary Ka Shri Ganesh Karo सोच समझ कर ही कार्य का
साईं का शिरडी पहुंचना | Sai ka Shirdi Pahunchna साईं का शिरडी पहुंचना | Sai ka Shirdi Pahunchna : औरंगाबाद में धूपखेडे नाम का एक गाँव
वरदान भस्मासुर को | Vardaan Bhasmasur ko वरदान भस्मासुर को | Vardaan Bhasmasur ko : भस्मासुर नाम का एक राक्षस। था। वह बहुत बलवान तथा लम्बा
बड़े बुढो की अनुभवी सलाह | Bade Budho Ki Anubhavi Salah बड़े बुढो की अनुभवी सलाह | Bade Budho Ki Anubhavi Salah : किसी जंगल में
सन्देश – गुरु नानक देव का | Sandesh – Guru Nanak Dev ka सन्देश – गुरु नानक देव का | Sandesh – Guru Nanak Dev
समुद्र के मंथन का समय | Samudr ke Manthan Ka Samay समुद्र के मंथन का समय | Samudr ke Manthan Ka Samay : एक बार दुर्वासा