खुद को जानो | Khud Ko Jano खुद को जानो | Khud Ko Jano : किसी गहन वन में एक सिंहनी ने दो शावको को
Category: Moral Stories in Hindi
नादान की जानलेवा सलाह | Nadan Ki Jaanleva Salah नादान की जानलेवा सलाह | Nadan Ki Jaanleva Salah : किसी गाँव में मंथरक नाम का एक
आँखे मुंदकर विश्वास करना मुर्खता की चोटी हैं | Ankhe Mundkar Vishwas Karna Murkhta Ki Choti Hain आँखे मुंदकर विश्वास करना मुर्खता की चोटी हैं
अच्छी सलाह को मत करो नज़रंदाज़ | Acchi Salah Ko Mat Karo Nazarandaz अच्छी सलाह को मत करो नज़रंदाज़ | Acchi Salah Ko Mat Karo
बेचारी बिल्ली | Bechari Billi बेचारी बिल्ली | Bechari Billi : एक गरीब बूढ़ी औरत किसी टूटे-फूटे से झोंपड़े में रहा करती थी। उसने एक बिल्ली
बिना बिचारे जो करे सो पाछे पछताए | Bina Bichare Jo Kare So Pacche Pacchtae बिना बिचारे जो करे सो पाछे पछताए | Bina Bichare
बन्दर का बदला | Bandar Ka Badla बन्दर का बदला | Bandar Ka Badla : बहुत समय पहले चंद्र नामक राजा राज्य किया करता था। राजा
ज्ञानवान मुर्ख | Gyanwan Murkh ज्ञानवान मुर्ख | Gyanwan Murkh : एक बार चार मित्र ब्राह्मण थे और एक ही गांव के रहने वाले थे। पर
तुम जो नहीं हो, वह सबको मत दिखाओ | Tum Jo Nahi Ho Vo Sabko Mat Dikhao तुम जो नहीं हो, वह सबको मत दिखाओ
मित्रता का मजाक | Mitrta Ka Mjaak मित्रता का मजाक | Mitrta Ka Mjaak : एक गांव में धर्मबुद्धि और पापबुद्धि नामक दो मित्र रहते थे।
भगवान् विष्णु का भक्त | Bhagwan Vishnu ka Bhakt भगवान् विष्णु का भक्त | Bhagwan Vishnu ka Bhakt : रान्ति देव–भगवान् विष्णु का भक्त एक
ब्राह्मण्ड ओर अर्जुन | Brhmand Aur Arjun ब्राह्मण्ड ओर अर्जुन | Brhmand Aur Arjun : एक बार अर्जुन, भगवान् कृष्णा से मिलने द्वारका गए. श्रीकृष्ण द्वारका
कन्या और चूहे का विवाह | Kanya Aur Chuhe Ka Vivah कन्या और चूहे का विवाह | Kanya Aur Chuhe Ka Vivah : बहुत समय पहले
समझदार बनो गीदड़ की तरह | Samjhdar bano Geedad Ki Tarah समझदार बनो गीदड़ की तरह | Samjhdar bano Geedad Ki Tarah : किसी जंगल
दुष्ट की दुष्टता छूटती नहीं | Dusht Ki Dushtta Chhuti Nahi दुष्ट की दुष्टता छूटती नहीं | Dusht Ki Dushtta Chhuti Nahi : किसी राजा