श्रीमद् भगवद् गीता श्लोक Bhagavad Gita Quotes in Hindi
Sever the ignorant doubt in your heart with the sword of self-knowledge. Observe your discipline. Arise.
आत्म-ज्ञान की तलवार से काटकर अपने ह्रदय से अज्ञान के संदेह को अलग कर दो. अनुशाषित रहो . उठो
Whatever happened in the past, it happened for the good; Whatever is happening, is happening for the good; Whatever shall happen in the future, shall happen for the good only. Do not weep for the past, do not worry for the future, concentrate on your present life.
अतीत में जो कुछ भी हुआ, वह अच्छे के लिए हुआ, जो कुछ हो रहा है, अच्छा हो रहा है, जो भविष्य में होगा, अच्छा ही होगा. अतीत के लिए मत रोओ, अपने वर्तमान जीवन परध्यान केंद्रित करो , भविष्य के लिए चिंता मत करो
Devote yourself to the Almighty God only. One who takes the support of God, always gains freedom from fear, worry and despair.
केवल सर्वशक्तिमान ईश्वर के लिए अपने आप को समर्पित करो. जो भगवान का सहारा लेगा, उसे हमेशा भय, चिंता और निराशा से मुक्ति मिलेगी.
You are an indestructible Soul & not a body. Body is composed of five elements – Earth, Fire, Water, Air and Sky; one day body shall perish in these elements.
आप एक अविनाशी आत्मा हैं और एक मृत्युमय शरीर नहीं है. शरीर पांच तत्वों से बना है– पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और आकाश। एक दिन शरीर इन तत्वों में लीन हो जाएगा.
The power of God is with you at all times; through the activities of mind, senses, breathing, and emotions; and is constantly doing all the work using you as a mere instrument.
What did you bring at the time of birth, that you have lost? What did you produce, which is destroyed? You didn’t bring anything when you were born. Whatever you have, you have received it from the God only while on this earth. Whatever you will give, you will give it to the God. Everyone came in this world empty handed and shall go the same way. Everything belongs to God only.
जन्म के समय में आप क्या लाए थे जो अब खो दिया है? आप ने क्या पैदा किया था जो नष्ट हो गया है? जब आप पैदा हुए थे, तब आप कुछ भी साथ नहीं लाए थे. आपके पास जो कुछ भी है, आप को इस धरती पर भगवान से ही प्राप्त हुआ है. आप इस धरती पर जो भी दोगे, तुम भगवान को ही दोगे. हर कोई खाली हाथ इस दुनिया में आया थाऔर खाली हाथ ही उसी रास्ते पर चलना होगा. सब कुछ केवल भगवान के अंतर्गत आता है.
Works do not bind Me, because I have no desire for the fruits of work.
कर्म मुझे बांधता नहीं, क्योंकि मुझे कर्म के प्रतिफल की कोई इच्छा नहीं.
People will talk about your disgrace forever. To the honored, dishonor is worse than death.
लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे. सम्मानित व्यक्ति के लिए , अपमान मृत्यु से भी बदतर है.
The faith of each is in accordance with one’s own nature.
हर व्यक्ति का विश्वास उसकी प्रकृति के अनुसार होता है.
Much better to do one’s own work even if you have to do it imperfectly than it is to do somebody elses work perfectly.
किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है कि अपना काम करें , भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े.
Those who long for success in their work here [on the earth] worship the demigods.
जो इस लोक में अपने काम की सफलता की कामना रखते हैं वे देवताओं का पूजन करें .
The One who leaves the body, at the hour of death, remembering Me attains My abode. There is no doubt about this.
वह जो मृत्यु के समय मुझे स्मरण करते हुए अपना शरीर त्यागता है, वह मेरे धाम को प्राप्त होता है . इसमें कोई शंशय नहीं है.
very good presentation of sloka from bhagwad geeta