लोभी का नाश | Lobhi Ka Nash लोभी का नाश | Lobhi Ka Nash : एक स्थान पर हरिदत्त नाम का एक ब्राह्मण रहता था। एक
शरणागतो का करो सम्मान | Sharnagato Ka Karo Samman शरणागतो का करो सम्मान | Sharnagato Ka Karo Samman : किसी नगर में चित्ररथ नाम का एक
अतिथि देवो भव की कथा | Atiti Devo Bhav Ki Katha अतिथि देवो भव की कथा | Atiti Devo Bhav Ki Katha : किसी वन में
दुश्मन का दुश्मन दोस्त | Dushman Ka Dushman Dost दुश्मन का दुश्मन दोस्त | Dushman Ka Dushman Dost : किसी नगर में द्रोण नाम का एक
भेद घर का | Bhed Ghar Ka भेद घर का | Bhed Ghar Ka : किसी नगर में देवशक्ति नाम का एक राजा निवास करता था।
अश्लीलता की हद | Ashlilta Ki Had अश्लीलता की हद | Ashlilta Ki Had : किसी नगर में वीरवर नाम का एक बढ़ई रहता था। उसकी
अपनों से प्रेम की ये कथा | Apno Se Prem Ki Ye Katha अपनों से प्रेम की ये कथा | Apno Se Prem Ki Ye
समझदार के स्वार्थ की कथा | Samjhdar Ke Swarth Ki Katha समझदार के स्वार्थ की कथा | Samjhdar Ke Swarth Ki Katha : वरुणादि पर्वत के
सही समय की घडी | Sahi Samay Ki Ghadi सही समय की घडी | Sahi Samay Ki Ghadi : किसी नगर में यज्ञदत्त नाम का एक
बन्दर का मीठा कलेजा | Bandar Ka Meetha Kaleja बन्दर का मीठा कलेजा | Bandar Ka Meetha Kaleja : एक समुद्र के तट पर सभी ऋतुओं
बार बार शत्रुता का फल | Baar Baar Shatruta Ka Fal बार बार शत्रुता का फल | Baar Baar Shatruta Ka Fal : किसी कुएं में
मुर्ख गधा | Murkh Gadha मुर्ख गधा | Murkh Gadha : किसी वन में करालकेसर नाम का एक सिंह रहता था। धूसरक नाम का एक गीदड़
झूठा युधिस्ठिर | Jhutha Yudhisthir झूठा युधिस्ठिर | Jhutha Yudhisthir : किसी नगर में युधिष्ठिर नामक एक कुम्हार रहता था। एक बार दौड़ते हुए वह गिर
समझौता स्वाभाव से | Samjhauta Swabhav Se समझौता स्वाभाव से | Samjhauta Swabhav Se : किसी वन में एक सिंह-दम्पति रहते था। एक बार सिंहनी ने
अविश्वासी स्त्री | Avishwasi Stri अविश्वासी स्त्री | Avishwasi Stri : किसी नगर में एक ब्राह्मण रहा करता था। वह अपनी स्त्री को प्राणों से भी