कन्या और चूहे का विवाह | Kanya Aur Chuhe Ka Vivah कन्या और चूहे का विवाह | Kanya Aur Chuhe Ka Vivah : बहुत समय पहले
समझदार बनो गीदड़ की तरह | Samjhdar bano Geedad Ki Tarah समझदार बनो गीदड़ की तरह | Samjhdar bano Geedad Ki Tarah : किसी जंगल
दुष्ट की दुष्टता छूटती नहीं | Dusht Ki Dushtta Chhuti Nahi दुष्ट की दुष्टता छूटती नहीं | Dusht Ki Dushtta Chhuti Nahi : किसी राजा
दयालु – अम्बरीश | Dayalu – Ambrish दयालु – अम्बरीश | Dayalu – Ambrish : एक बार राजा अंबरीश भगवान् विष्णु की प्रार्थना में ध्यान मग्न
एकता की शक्ति | Ekta Ki Shakti एकता की शक्ति | Ekta Ki Shakti : किसी समय समुद्र के किनारे रहते अन्य पक्षियों की तरह
मुर्खता की हद | Murkhta Ki Had मुर्खता की हद | Murkhta Ki Had : किसी घने जंगल में एक तालाब था। उसके किनारे दो
तप्ति | Tapti तप्ति | Tapti : सवर्ण एक राजा थे। एक दिन वह अपने दरबार में बैठे अपने एक मंत्री की बात सुन रहे
पढ़े-लिखे से ज्यादा जरुरी हैं ये ज्ञान | Padhe-Likhe se Jyada Jaruri Hain ye Gyan पढ़े-लिखे से ज्यादा जरुरी हैं ये ज्ञान | Padhe-Likhe se
सोच समझ कर ही पग पीछे लो | Soch Samajh Kar Hi Pag Pichhe Lo सोच समझ कर ही पग पीछे लो | Soch Samajh
वफादार का साथ | Wafadar Ka Sath वफादार का साथ | Wafadar Ka Sath : किसी वैश्य ने नगर की सीमा के पास देव-मंदिर बनवाना आरंभ
पद पर वापसी | Pad Par Wapasi पद पर वापसी | Pad Par Wapasi : एक बार गोमायु नामक एक गीदड़ भूख और प्यास से व्याकुल
दन्तिल सेठ की कथा | Dantil Ki Katha दन्तिल सेठ की कथा | Dantil Ki Katha : वर्धमान नामक नगर में दन्तिल नाम का एक आभूषणों
लालची सन्यासी | Lalachi Sanyasi लालची सन्यासी | Lalachi Sanyasi : किसी निर्जन प्रदेश में संन्यासियों का एक मठ था। वहां देवशर्मा नाम का एक संन्यासी
राजकुमारी से प्रेम प्रचंड | Rajkumari Se Prem Prachand राजकुमारी से प्रेम प्रचंड | Rajkumari Se Prem Prachand : किसी नगर में एक बढ़ई और एक
नाग का कुटिल स्वभाव | Nag Ka Kutil Swabhav नाग का कुटिल स्वभाव | Nag Ka Kutil Swabhav : किसी वन-प्रदेश में बरगद का एक विशाल