पुत्र के कारण माता का तिरस्कार पुत्र के कारण माता का तिरस्कार : आठवें वर्ष में जब बालक का यज्ञोपवीत संस्कार किया गया, तब पिता
ऐतरेय का तर्क, ‘भगवान का नाम ही सत्य है ऐतरेय का तर्क, ‘भगवान का नाम ही सत्य है : कुछ देर सोचकर ऐतरेय ने अपनी
ऐतरेय ब्राह्मण’ के जनक ऐतरेय मुनि ऐतरेय ब्राह्मण’ के जनक ऐतरेय मुनि : एक दिन भ्रमण करते हुए वे कोटितीर्थ नामक स्थान पर जा पहुंचे।
श्रेष्ठ कौन है? श्रेष्ठ कौन है? : एक बार कुछ ऋषियों में ब्रह्मा, विष्णु और महेश को लेकर आपस में विवाद छिड़ गया कि इनमें
ब्रह्मा की परीक्षा ब्रह्मा की परीक्षा : भृगु ऋषि ब्रह्मा के मानस पुत्र थे। सर्वप्रथम ऋषियों से विदा लेकर वे ब्रह्मलोक पहुंचे और ब्रह्म पिता
शिव शंकर की परीक्षा शिव शंकर की परीक्षा : कैलाश पर्वत पर कुछ देर विश्राम करके भृगु ऋषि ने अपनी उखड़ी हुई सांसों को नियंत्रित
लक्ष्मी जी का क्रोध लक्ष्मी जी का क्रोध : भृगु ऋषि ने निश्चय किया कि जिस व्यक्ति में इतनी विनम्रता है, उससे श्रेष्ठ और कौन
भृगु ऋषि विष्णु लोक में भृगु ऋषि विष्णु लोक में : भृगु क्षीर सागर में पहुंचे, जहां विष्णु भगवान शेष-शय्या पर विश्राम कर रहे थे।
शिव और शंखचूड़ का युद्ध शिव और शंखचूड़ का युद्ध : विष्णु ने भगवान शंकर से देवताओं की सहायता करने का आग्रह किया, तो शंकर
अटल बिहारी वाजपेयी के सबसे बेहतरीन कोटस | Atal Bihari Vajpayee Quotes in Hindi अटल बिहारी वाजपेयी के सबसे बेहतरीन कोटस | Atal Bihari Vajpayee
अटल बिहारी वाजपेयी की कुछ अनदेखी तस्वीरे | Atal Bihari Vajpayee Ki Kuch Andekhi Tasveere अटल बिहारी वाजपेयी की कुछ अनदेखी तस्वीरे | Atal Bihari
Atal Bihari Vajpayee Ki Kavitao Ka Sabse Behtareen sangrah |अटल बिहारी वाजपेयी की बेहतरीन कविताओ का संग्रह Atal Bihari Vajpayee Ki Kavitao Ka Sabse Behtareen
विष्णु द्वारा छल से तुलसी का सतीत्व भंग विष्णु द्वारा छल से तुलसी का सतीत्व भंग : शिव के स्मरण करते ही विष्णु प्रकट हो
तुलसी का विष्णु को शाप तुलसी का विष्णु को शाप : तुलसी को जब यह पता चला कि उसका सतीत्व हरण करने वाला उसका पति
विष्णु द्वारा लक्ष्मी की खोज विष्णु द्वारा लक्ष्मी की खोज : विष्णु से रुष्ट होकर लक्ष्मीजी मृत्यु लोक में भरत खण्ड के कर्नाटक प्रदेश में