जब मैं भूतो पर विश्वास नहीं करती थी | Most Dangerous Horror Story in Hindi
जब मैं भूतो पर विश्वास नहीं करती थी | Most Dangerous Horror Story in Hindi : मेरी गर्मी की छुट्टियों के दौरान मैं अपने सबसे अच्छी दोस्त (अनु) के घर गयी हुई थी। उसी दिन उसके घर पर पूजा की जानी थी। तो हम दोनों सड़क के आखिर में उसके पड़ोसियों के घरों में फूल चुनने गए हुवे थे। पास में एक बैनर बना हुआ था, जिसमे एक राहुल नाम के लड़के के अंतिम संस्कार की घोषणा की गयी थी . अनू इसे देख कर चौंक गयी थी और इस खबर को लेकर उसने आस पास के लोगो से पूछा भी की क्या ये बात सच हैं की राहुल गुज़र गया। अनु ने मुझे बताया कि वह उसके साथ ही बड़ी हुई थी और उसे अपने भाई जैसा मानती थी। जब से वह हायर स्टडीज के लिए शहर चली तब उसने उसे ज्यादा नहीं देखा। चूंकि अब हम बात करते करते घर लौट आए थे अब घर में पूजा हुई और सभी 9 बजे ही खाना खा कर सोने चले गए थे.
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जब मैं भूतो पर विश्वास नहीं करती थी | Most Dangerous Horror Story in Hindi : रात के 3 बजे, मैंने पाया की वो मेरे बगल में नहीं लेटी हैं और बाथरूम की लाइट भी बंद हैं, मैंने कमरे के अंदर उसे पूरा खोजा, लेकिन वह वहां नहीं थी। अचानक मैंने कमरे के बाहर कुछ बडबढाने की आवाजें सुनीं। जब मैं कमरे से बाहर निकली ये ढूंढने की लिए की आखिर बाहर चल क्या रहा हैं, मेरी जैसे गले में साँसे ही अटक गयी, और दिल मुंह को आने को हो गया। अनु घर के सामने बरामदे में रंगोली के बीचोबीच लेटी हैं उसने मुझे इतनी लाल आंखों से देखा जैसे लाल लोहा उसकी आँखों से टपक रहा हो। उस समय तक घर का हर सदस्य बाहर आ गया था। सबने उसे शांत कराने की बहुत कोशिश की लेकिन वह किसी को भी नहीं सुन रही थी और असामान्य रूप से व्यवहार करी जा रही थी।
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जब मैं भूतो पर विश्वास नहीं करती थी | Most Dangerous Horror Story in Hindi : जब घरवाले उसे शांत नहीं कर पा रहे थे और उसका चिल्लाना बंद नहीं कर पा रहे थे तो उन्होंने जल्दी से अनु के भाई को पुजारी जी को लाने के लिए भेजा। उसने अपने चेहरे पर विरोध करने के बावजूद विभूती लगवाई फिर पुजारी जी उसे कमरे में ले गए और पूछा कि वह कौन हैं?
तब वो घर से बाहर निकली घरवालो ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन पुजारी जी ने मना कर दिया, उसके घर के दो घर छोड़ने के बाद उसके उसी भाई का घर था जिसकी अंतिम संस्कार की सूचना उसने दिन में सुनी थी. उसने उसके कमरे का दरवाज़ा खोला और कमरे के भीतर जाकर बिस्तर के नीचे से कुछ तस्वीरे निकाली जिसे अनु मेरी जानकारी के हिसाब से बिलकुल भी नहीं जानती होगी लेकिन वो तस्वीरे देखकर वो बहुत बुरी तरह से रोने लगी.
वो उसकी प्रेमिका की तस्वीरे थी। तब वह राहुल के पिता की ओर मुड़ गई और उन्हें गले लगाकर बहुत रोईऔर उसने बताया कि उसकी प्रेमिका के भाई को उनके रिश्ते के बारे में पता चल गया था जिससे वो बिलकुल भी खुश नहीं था इसी वजह से उसने उसे यानी की राहुल को बिजली के झटके देकर मार डाला। घर के सभी लोग बहुत रोये और उसे समझाया बुझाया और शांत किया.
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जब मैं भूतो पर विश्वास नहीं करती थी | Most Dangerous Horror Story in Hindi : उसने फिर पुजारी से अपना पसंदीदा भोजन समारोह रखने के लिए कहा, वह आएगा और खाएगा। तब तक अनु अपने शरीर में वापस आ चुकी थी, वो अब सामान्य रूप से व्यहवार कर रही थी उसने सबसे पूछा भी की वो वहां कैसे आई? उसका सर बहुत दुःख रहा था और वो बहुत ज्यादा थकान महसूस कर रही थी। उसके माता-पिता उसे घर वापस ले आये और राहुल के पिता ने उसे दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित किया। दिन में खाने के समय सब उसके खाने का इंतज़ार कर रहे थे जैसे ही उसने खाना शुरू किया उसके बाद सबने खाना चालु किया.
मैं उसे लगातार देख रही थी, पेसम प्लेट में परोसे जाने वाला सबसे पहला पकवान था और मैं ये बात अच्छे से जानती थी की उसे पेसम बिलकुल पसंद नहीं हैं लेकिन उसने अपनी प्लेट में एक भी दाना नहीं बचाया और चुप चाप सब खा लिया और वो सामने लगी राहुल की फोटो को देखकर मुस्कुरा रही थी। पहली बार अनु को इस तरह से देखकर मैं बहुत चौंक गयी थी मैं उसे बहुत सालो से जानती थी लेकिन वो एक साधारण सामान्य लड़की थी मेरे लिए केवल तब तक जब तक ये सब नहीं हो गया था और उस दिन के बाद जो भी मेरे विचार बाहरी शक्तियों में विश्वास नहीं करते थे ओ बदल चुके थे।
जब मैं भूतो पर विश्वास नहीं करती थी | Most Dangerous Horror Story in Hindi : यह मेरा पहला अनुभव था। मैंने लोगों को कई भूत कहानियों को सुना है, लेकिन जब तक मैंने इसका अनुभव नहीं किया तब तक उनमें से किसी भी पर विश्वास नहीं किया।
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