गांधी पर पथराव और मारपीट : दक्षिण अफ्रीका के गोरे नहीं चाहते थे कि गांधी जी दुबारा अफ्रीका में प्रवेश करें। इसलिए उन्होंने दोनों स्टीमरों को पहले समुद्र तट से दूर रुकवा दिया। परंतु दक्षिण अफ्रीका के एक बहुत बड़े व्यापारी मनसुखलाल हीरालाल, उनके वकील मिस्टर लाटन और सेठ अब्दुल्ला की कोशिशों से स्टीमर तट पर आ लगे।
कस्तूरबा गांधी और उनके दोनों बेटों को एक गाड़ी में सेठ रुस्तम जी के घर भेज दिया गया और गांधी जी मिस्टर लाटन के साथ चल दिए। तभी कुछ अंग्रेज लड़कों ने गांधी जी को पहचान लिया और उन्होंने ‘गांधी-गांधी’ कहकर शोर मचा दिया।
। एकाएक गोरों की भारी भीड़ इकट्ठी हो गई। वे गांधी जी पर पत्थर और सड़े अंडे फेंकने | लगे। उनकी पगड़ी एक लड़के ने खींच ली। लड़के उन्हें लात-घूसों से मारने लगे।
मि. लाटन ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उन्हें लड़कों ने उनसे परे खींच लिया। गांधी जी ने बचाव के लिए पास के मकान की जाली पकड़ ली।