Chalayanmaan Vastu | Akbar Birbal Stories in Hindi

Chalayanmaan Vastu | Akbar Birbal Stories in Hindi : बादशाह अकबर का दरबार लगा हुआ था। शासन-कार्य पूरा हो चुका था। अब बादशाह अकबर दिमागी थकान दूर करने के लिए कुछ मनोरंजक चर्चा करने के पक्ष में थे। हमेशा की तरह बादशाह ने बीरबल की बुद्धि की परीक्षा के लिए एक चुनौतीपूर्ण प्रश्न पूछा। उन्होंने अपने दरबारियों से प्रश्न का जवाब देने को कहा। प्रश्न था “वह कौन-सी वस्तु है जो सदा चलायमान रहती है?” प्रश्न सुनकर एक दरबारी ने कहा, “महाराज, वह सूर्य है।” “नहीं वह चंद्रमा है।” दूसरे दरबारी ने जवाब दिया। “नहीं, वह हमारा ग्रह पृथ्वी है, जो सदैव घूमती रहती है।” एक अन्य दरबारी ने कहा। इसी प्रकार सभी दरबारियों ने अपनी-अपनी बुद्धि के अनुसार जवाब दिए। परंतु किसी का भी जवाब बादशाह को संतुष्ट नहीं कर पा रहा था? इसलिए उन्होंने बीरबल से भी वही प्रश्न किया। बीरबल ने जवाब में कहा, “महाराज, वह धन पर ब्याज की राशि है जो एक महाजन वसूल करता है। ब्याज की राशि सदैव बिना किसी रुकावट के तब तक चलती रहती है जब तक कि धन को वापस चुका न दिया जाए।” बीरबल के इस जवाब को सुनकर बादशाह पूरी तरह से संतुष्ट हो गए।
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