Birbal ki Beti | Akbar Birbal Stories in Hindi
Birbal ki Beti | Akbar Birbal Stories in Hindi : एक दिन बीरबल की बेटी ने बादशाह से मिलने के लिए बहुत जोर दिया। वह 11 वर्ष की थी। वह भी अपने पिता के समान बुद्धिमान तथा चतुर थी। बीरबल उसे खुश करने के लिए राजमहल में ले गया। राजमहल में जाकर उसने सभी कक्ष तथा शाही बगीचे देखें उसके बाद वह शाही दरबार में गई। इस समय बादशाह अकबर दरबार में बैठे थे। उन्होंने बीरबल की बेटी की देखा तथा उसका स्वागत किया। शिष्टाचार के नाते कुछ खाद्य षदार्थ देने के बाद बादशाह ने उससे पूछा, “बेटी, क्या तुम जानती हो कि किस प्रकार बात करनी चाहिए “? “जी महाराज, न अधिक और न ही बहुत कम।” बीरबल की बेटी ने तुरंत उत्तर दिया। यह जवाब सुनकर बादशाह भ्रम में पड़ गए और कहा “तुम क्या कहना चाहती हो, बेटी।” बादशाह ने पूछा। “मेरा मतलब यह है कि मुझे बड़ों से कम बातें करनी चाहिएँ और मित्रों के साथ अधिक। ” बीरबल की बेटी ने कहा। उसका बुद्धिमत्तापूर्ण जवाब सुनकर बादशाह हॅस पडे और बोले ‘तो तुम भी अपने पिता के समान चतुर हो!”
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