Birbal aur uski Hatheli | बीरबल और उसकी हथेली
Birbal aur uski Hatheli | Akbar Birbal Stories in Hindi : एक बार बादशाह अकबर अपनी हथेली देख रहे थे। उनके दिमाग में एक प्रश्न आया। उसके समाधान के लिए उन्होंने तुरंत ही बीरबल को बुलवाया। बीरबल के आते ही वह बोले ” बीरबल, यह बताओ कि मेरी हथेली में बाल क्यों नहीं बीरबल चे कुछ देर सोचा, फिर जवाब दिया “महाराज, आपकी हथेली सदैव अपने आस-पास के लोगों को दान व इनाम देने में व्यस्त रहती है। इनाम व दान दी जाने वाली वस्तुओं की बार-बार रगड़ खाने के कारण आपकी हथेली पर बाल नहीं उग पाते।” बीरबल का खुशामदी जवाब सुनकर बादशाह अकबर प्रश्न किया, ‘तुम्हारी हथेली पर भी मुझे कोई बाल उगा हुआ नजर नहीं आ रहा, बीरबल।” “अरे! महाराज, आप बहुत दयालु हैं। आप मुझे सदेव कुछ-न-कुछ तोहफे अथवा इनाम देते रहते हैं। मेरी हथेली भी उन इनामों को लेने में व्यस्त रहती है और उनकी रगड़ के कारण मेरी हथेली में भी बाल नहीं उग पाते।” बीरबल ने जवाब दिया। उन्होंने एक बार फिर बीरबल की बिना बालों वाली हथेली को इनाम दे दिया।
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