बस से शुरू हुई एक सुंदर प्रेम कहानी | Beautiful Love Story in Bus
बस से शुरू हुई एक सुंदर प्रेम कहानी | Beautiful Love Story in Bus : “मैं तुमसे प्यार करता हूँ।” राहुल ने उन कुछ शब्दों में अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
स्पीड ब्रेकर के चलते बस अचानक रुक गयी।
बस के अंदर सभी यात्रियों को झटका लगा लेकिन जिसे सबसे ज्यादा झटका लगा था वो थी आयशा, वह भी बस के अंदर!
“क्या?” राहुल के चेहरे को देखकर, आयशा ने चौंकते हुवे पूछा।
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“तुमने मुझे सुन लिया ना एक बार!” राहुल ने हँसते हुवे बोला।
“मुझे आईडिया भी नहीं था” तुम कभी ऐसा कुछ कहोगे भी।
“यही तो ज़िनदगी हैं, हमे नहीं पता कब क्या हो जाएगा, किसी चीज़ का कोई आईडिया नहीं” राहुल ने कहा।
बस से शुरू हुई एक सुंदर प्रेम कहानी | Beautiful Love Story in Bus : “मिस्टर गैर जिम्मेदार जी, मुझे उम्मीद है कि आप मजाक नहीं कर रहे हैं।” आयशा बोली।
“मैं गैर जिम्मेदार हो सकता हूं, लेकिन मैं पहले कभी इतना गंभीर नहीं हुआ हूं।” राहुल ने तुरंत जवाब दिया।
दोनों थोड़ी देर तक बस एक दुसरे की आँखों में देखते रहे और किसी ने कुछ नहीं कहा।
इस बीच, कंडक्टर की आवाज़ आई, “टिकट प्लीज!”
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आयशा ने कंडक्टर की ओर देखा उसने फिर राहुल को देखकर कंडक्टर की ओर इशारा किया, “ठीक है, आपकी पहली ज़िम्मेदारी ये आती है।”
जिंदगी में पहली बार, आयशा ने कुछ मांग की थी। राहुल आयशा का इशारा समझ चूका था। राहुल ने ख़ुशी से दो टिकट ख़रीदे – उसके प्यार के टिकटस।
बस से शुरू हुई एक सुंदर प्रेम कहानी | Beautiful Love Story in Bus : सालों बाद, उन टिकटों को हाथ में थामे हुवे, राहुल ने अपने प्यार भरे ज़िन्दगी की यात्रा की शुरुआत की जब उसने पहली बार आयशा को प्रोपोस किया था। कंडक्टर ने अंतिम स्टॉप पेज के बारे में बचे हुवे यात्रियों से कहा। इस तरह से वही पुराना राहुल बस से उतर के आगे चलने लगा लेकिन इस बार आयशा उसके साथ नहीं थी और वो अकेला ही चला जा रहा था.
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लेकिन कुछ ही दूर चल कर वो आयशा तक पहुँच गया।
राहुल आयशा के बगल में बैठ कर अपनी बाते शुरू करने लगा, “देखो, मैं समय पर हूँ और वो भी फिर से! वैसे कल जब मैं सफाई कर रहा था तो, मुझे पुरानी किताब से ये दो पुराने टिकट मिले। तुम्हे याद हैं? मैंने तुमसे कहा था ना, मैंने इसे खोया नहीं हैं। मैं जिम्मेदार बन चूका हूँ अब। ”
वो आयशा से घंटों तक बात करता रहा। दुनिया के लिए, वो एक कब्र थी, लेकिन उस बूढ़े आदमी के लिए, वो उसकी आयशा थी। उनकी प्रेम कहानी में दुसरो की तरह लाल गुलाब नहीं थे, लेकिन दो पुराने टिकट जिन्हें प्यार की पहली ज़िम्मेदारी के साथ दोनों के दिलो से जुड़े हुवे थे।
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