Purani Yaadon Ki Kahaniyan | पुरानी यादो की याद (दिल से रुलाने वाली कहानियाँ)
Purani Yaadon Ki Kahaniyan | पुरानी यादो की याद (दिल से रुलाने वाली कहानियाँ) : बिस्तर पर आराम करते हुवे आयशा अपने अतीत की यादो में खोयी हुई थी.
यह सब 10 साल की मासूम उम्र में शुरू हुआ था, जब वह कॉमिकस की दुकान में पहली बार आदित्य से मिली थी। उनकी मासूम दोस्ती कॉमिक्स के एक दुसरे में बाँटने से शुरू हुई थी। उम्र की ढलान के साथ साथ, यह किताबों के एक दुसरे में बांटने में बदल गया था।
Also Check : Most Emotional Story of Old couples in love
इसी के साथ न केवल उनकी ऊंचाई, बल्कि दोस्ती भी बढ़ी थी। वे कभी नहीं जानते थे, कब वे सबसे अच्छे दोस्त बन गए यानी की बेस्ट फ्रेंड्स। न केवल स्कूल और कॉलेज, बल्कि उनके विचार भी मिलते जुलते थे।
एक आम सी रात को, आयशा अपनी जलन को छुपा ना सकी और उसने आदित्य से अपने मन की बात कह दी।
उनके प्यार का सुनहरा समय आदित्य के “हाँ, मुझे भी” कहे जाने से शुरू हुआ था। प्यार की उनकी ट्रेन ने पहले किस, प्रोपोस, सगाई, शादी, लड़ाई, प्रेग्नेंसी जैसे पुराने स्टेशनों का दौरा किया और वृद्धावस्था नामक अंतिम स्टेशन पर रुक गया।
पता नहीं क्यों, लेकिन आयशा का पति बुढ़ापे की स्टेशन से कही गायब हो गया और वापस कभी नहीं लौटा, पहले तो आयशा ने उसका इंतज़ार किया लेकिन उसके बाद भी जब वो नहीं आया तो वह खुद उसको हर जगह देख रही थी, हर जगह ढूंढ रही थी लेकिन खोजने में नाकाम रही। वह न तो स्टेशन पर था, न ही ट्रेन में। शायद उसने उसे सच में खो ही दिया था। सबसे पहले वो सिर्फ किसी के साथ नहीं थी लेकिन बाद में उसे पता चला की अब वो अकेली हो गयी थी। वो अकेलापन उसे दिन-ब-दिन कमज़ोर बना रहा था।
Also Check : Old Couples in So Much Love
अंत में, उसे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था। अस्पताल के बिस्तर पर आराम करते हुए, उसने अपने अतीत की इन सभी यादों को याद किया।
वह डॉक्टरों और चिकित्सक कर्मचारियों से घिरी हुई थी। बस उसी समय, उसने अपनी आँखों को पूरी तरह से खोला और ऊपर की तरफ देखा ऐसा लग रहा था मानो जैसे उसने ऐसा कुछ देख लिया हो जिसपर उसे यकीं ना आ रहा हो। अचानक, वो मुस्कुराई और उसने कहा, “हैलो आदित्य!”
अगले ही पल, ईसीजी तरंगे सीधी लाइन बन कर नीचे गिर गयी थी।
Also Check : बूढ़े आदमी का असीम प्रेम