Chand Par Pankho Ke Nishan | पंखो के चाँद पर निशान
Chand Par Pankho Ke Nishan | पंखो के चाँद पर निशान : यह तब की बात है जब चंद्रमा पहली बार अस्तित्व में आया था और सूरज की भांति ही गरम और चमकीला था। तब धरती पर रहने वालों को यह पता लगाना मुश्किल था कि कब दिन हुआ और कब रात । उन्हें सोने जाने में और सोकर उठने में भी परेशानी होती थी क्योंकि समय का अनुमान ही नहीं लगा पाते थे।
लोगों की यह परेशानी देखकर ईश्वर ने देवदूत गैबरील से चंद्रमा के एक भाग को ढंक देने को कहा ताकि प्रकाश कुछ कम हो जाए। | कहा जाता है कि तब गैबरील ने अपने पंख फैलाए और चांद को ढंक लिया। आज जो । हम चांद पर पड़े निशान देखते हैं, वे गैबरील के पंखों की रगड़ के हैं।